आध्यात्मिकता के पीछे की मुख्य वजहें
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What Is Spirituality? |
आज कल आध्यात्मिकता शब्द अक्सर सुनने के लिए मिल जाता है | इन्टरनेट
ने जिस तरह से दुनिया के सारे व्यक्तियों को जोर दिया है, अब आध्यात्मिक साधनाओं
के बारे में बहुत सारी जानकारी आसानी से हर व्यक्ति के लिए उपलब्ध है, जो पहले
सिर्फ गुरु-शिष्य तक सीमित हुआ करता था | महान गुरूओं की शिक्षा विडियो, ऑडियो या
आर्टिकल के रूप में इन्टरनेट पर मिल जाती है | हम बहुत ही भाग्यशाली हैं जो ऐसे
युग में जीवन जी रहे हैं, जहाँ हमें उन गुरूओं की वाणी भी सुनने के लिए मिल जाती
है जो अब शरीर त्याग कर चुके हैं | जो अभी
सशरीर उपस्थित हैं, वो आम जनता के साथ अपनी शिक्षा को साझा कर रहे हैं, लोगों की
शंकाओं का निवारण कर रहे हैं, मार्गदर्शन कर रहे हैं और लोगों के चैतन्य को ऊपर
उठा रहे हैं |
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Benefits Of Spirituality |
अधिकतर लोग “योग” को ही आध्यात्मिकता समझ लेते हैं और सिर्फ व्यायाम
करना और कुछ देर आँखें बंद करके बैठ जाना, उनके लिए पर्याप्त आध्यात्मिक साधना
होती है | और बहुत सारे शिक्षक इतना ही कहते हैं, इससे स्वास्थ्य लाभ होता है |
अगर आप गूगल करेंगे तो भी आपको आध्यात्मिकता का पहला लाभ स्वास्थ्य लाभ ही दिखेगा
| उसके बाद आपको अन्य लाभों की सूची देखने के लिए मिलेगी – डिप्रेशन से बाहर
निकलने में मददगार, तनाव कम करने में सहायक, एकाग्रता बढायें इत्यादि |
अगर मैं आपसे एक साधारण सा सवाल पूछूँ, जब पुराने समय में इन तकनीकों
की खोज की गयी थी, उस समय में वो लोग क्या तनाव या डिप्रेशन से जूझ रहे थे ?
तरह-तरह की ध्यान की तकनीकों का अलग-अलग संतों के द्वारा, सम्प्रदायों के द्वारा,
अलग-अलग क्षेत्रों में खोज किया गया और
इसे अपनाया गया, तब क्या वो इन तकनीकों की खोज डिप्रेशन कम करने के लिए कर रहे थे
?
निश्चित ही ऐसी कोई बात नहीं थी | वो शांति की तलाश भी नहीं कर रहे
थे | फिर उन्होंने ध्यान क्यों किया ?
मैं इस बात से इंकार नहीं कर रही हूँ कि जब आप ध्यान साधना करेंगे तब
आप शांति महसूस नहीं करेंगे, आपका तनाव कम नहीं होगा या इससे आपका स्वास्थ्य नहीं
सुधरेगा | निश्चित रूप से ये सारी चीजें भी होंगी, लेकिन इन साधनाओं का यह मुख्य
परिणाम नहीं है | उपरोक्त लिखी हुई चीजें सिर्फ बाह्य उत्पाद है या यूँ कहें
आध्यात्मिक साधनाओं के दौरान साथ में होने वाली स्वाभाविक घटनाएँ हैं |
यद्यपि एक बात तय है, आप जिस भाव के साथ कोई भी साधना करेंगे, आपके
मन में जैसे विचार होंगे, उसी हिसाब से कोई भी चीज फलित होगा | इसलिए अगर आप शांति
पाने के लिए साधना कर रहे हैं या स्वास्थ्य लाभ के हिसाब से कर रहे हैं, आप अपनी
निरंतर साधना के द्वारा इसे होते हुए देखेंगे |
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Why People Do Spiritual Practice |
पुराने समय में लोग इस शरीर के बाकि अवयवों को गहराई में जा कर समझना
चाहते थे | उन्होंने मनोवैज्ञानिक अवयवों को समझा, ऊर्जा या प्राण को समझा और जो
बहुत सारे अवयव सूक्ष्मतर स्तर पर हैं, उसके बारे में जाना | आध्यात्मिक साधनाओं
की मुख्य वजह अपने आपके बारे में विस्तार से जानना है, सारी आंतरिक क्रिया प्रणाली
को समझना है और यह प्रत्येक व्यक्ति का अपना अनुभव होता है |
हमारी आधुनिक चिकित्सा पद्धति सिर्फ स्थूल शरीर तक सीमित है, जबकि अब मनोवैज्ञानिक स्तर को समझने के लिए रिसर्च हो रहे हैं, लेकिन अभी यह पर्याप्त नहीं है | लगभग सभी धर्म आत्मा की उपस्थिति पर यकीन करता है लेकिन हमारे आधुनिक वैज्ञानिक इसे सिरे से नकार देते हैं और उन्हें आत्मा के बारे में अपने शोधों में कोई पुख्ता प्रमाण हाथ नहीं लगा है | पुराने वैज्ञानिक शरीर, मन, चित्त और आत्मा को अलग-अलग समझ पाए थे | उन्होंने इस सभी अवयवों के बीच जो सम्बन्ध है, उसका पता लगाया | किस तरह से ये अंतर्संबंधित हैं और एक साथ समन्वय में रह कर कार्य करते हैं | हमारी संरचना किस तरह से है, यह समझने के बाद कोई उपचार कैसे हो सकता है या विवेक और ज्ञान को ऊँचाई पर कैसे ले जाया जा सकता है, इन सब के लिए तरीके अपनाये गये और साधनाएं बनी |
जब कोई भी अपने चैतन्य को अपने भीतर अनुभव करता है और वो आगे बढ़ना चाहता है, तब वो इस ब्रह्माण्ड के परम चैतन्य से जुड़ना चाहता है | इन्सान हमेशा से अपने उच्चतम क्षमताओं को प्राप्त करना चाहता है | इसी वजह से इन साधनाओं के अभ्यास की शुरूआत हुई, जिससे इन्सान अपना उच्चतम पा सके और उच्चतम से जुड़ सके |
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Reason Behind Spirituality |
आध्यात्मिक साधनाओं की पाँच मुख्य वजहें –
- 1) अपने अन्तर्निहित स्वभाव को समझना
- 2) अपने मूल आंतरिक स्वरूप से जुड़ना
- 3) अस्तित्व के परम सत्य को जानना
- 4) अपने स्वयं के आंतरिक सूक्ष्म सतहों का अनुभव करना
- 5) परम चैतन्य से एकाकार होना
benefits of spiritual practices
why people do spiritual practices
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