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प्रेम ही इस विश्व ब्रह्माण्ड की शक्ति है

प्रेम ही इस विश्व ब्रह्माण्ड की शक्ति है प्रेम ही ब्रह्माण्ड की भाषा है प्रेम सूरज की रोशनी है प्रेम ही सर्वोत्तम अनुभूति है आप प्रेम हैं, मैं प्रेम हूँ ईश्वर विशुद्ध प्रेम हैं   प्रेम आपको सम्पूर्ण बना देता है प्रेम आपको सबसे जोड़ता है प्रेम से शांति मिलती है प्रेम से सम्पन्नता आती है इस संसार में प्रेम का एहसास सबसे खूबसूरत चीज है और पूर्णतया प्रेम बन जाना आत्मा का अंतिम ध्येय है आपको प्रेम में तकलीफ क्यों होती है आपकी पीड़ा का कारण प्रेम है या आपकी अपेक्षाएँ ? प्रेम एक खास अनुभव है प्रेम वह व्यक्ति नहीं है जिसके साथ हमारा प्रेम का रिश्ता होता है अक्सर रिश्तों में इन्सान वही रहते हैं और प्रेम का एहसास खत्म हो जाता है | अगर आपके साथ कोई बुरा व्यव्हार करता है इसका मतलब वह उसका बर्ताव है आपका स्वाभाव नहीं | जिस दुनिया को आप देखते हैं, वह पूर्ण सत्य नहीं है अपने भीतर भी देखें उधर एक अलग दुनिया है पूर्ण सत्य की दुनिया   प्रेम में लोग करीब क्यों आना चाहते हैं प्रेम सिर्फ जोड़ता है प्रेमियों के तन, मन और आत्मन जुड़ जाते हैं   अहंकार और...

Love is the universal force

Love is the universal force Love is the language of universe Love is the sunshine Love is the supreme feeling Love is YOU and ME Love is Divine Love makes you perfect Love makes you unite Love gives you calmness Love gives you fulfillness Being in love is the most important feeling of the World. And becoming love is the ultimate goal of Soul Why you are suffering in love , Reason of suffering is love or your expectation? Love is a special feeling, not the person with whom we keep relationship of love and affair. Often in relationship, people stay same but feeling of love disappears. If someone is behaving bad to you. It’s their nature, not Yours. The world you see is not the complete truth See inside, there exist the another world A complete truth. Why people want to hug When they love Just because love binds Body, soul and mind Expectation and ego is the main reason of pain and suffering. Be aware of it always. W hat is spirituality Benefits of spir...

कविता उदास है

आँखों में आँसू का कतरा भी नहीं  जुबान पे अल्फाज की भी कमी नहीं  रंग-ही-रंग बिखड़े पड़े हैं   जिन्दगी के चहुँ ओर हर्ष है, उल्लास है  फिर भी  ये कविता उदास है आसमान में चाँद भी थिरक रहा  दुधिया रोशनी में, मैं सरोबार हूँ  पंखों ने तय कर रखी है  कई मर्तबा दूरियाँ हिम्मत है, मुहब्बत है चाँद को पाने की चाहत भी है  चकोरी बन के भी व्यर्थ ही मेरे हर प्रयास हैं ये कविता उदास है एक तुम्हारा एहसास नहीं  तो छंदों में ताल नहीं  गीतों में बोल है सिर्फ कोई लय नहीं  शब्द तो है, पर भाव नहीं मैं भी हूँ, तुम भी हो  फिर भी  साथ -एक कयास है ये कविता उदास है |   what is spirituality benefits of spiritual practices why people do spiritual practices what are the benefits of spirituality main reason behind spirituality

एक मोड़ पर

एक मोड़ पर एक चेहरा और दो आँखें   यूँ लगा मिल कर लम्हों में सिमटा हो जन्मों का सफर नजरें अपलक,थम गए पहर जैसे जानी पहचानी सी हो डगर आँखों का रंग और उसका संग  ख्वाबों की लहरें, शाम से सहर  डूबो ले गया मुझे प्यार का भँवर होली के रंग ऊँगलियों की छुअन   बेतहाशा धड़कन  हवा में थिरके-से कदम  खोया मेरा मन  बिन उसके एक अधूरापन  फिर रोज एक इंतजार समाना चाहूँ मैं बार-बार  मिलने की ऐसी पागलपन  रोके क्या मुझे दरिया और क्या दीवार आवाज भी उसकी उतरने लगी अन्दर कहीं पहचाने से थे कदमों की आहट भी  ख्वाब और हकीकत दोनों में डेरा उसका मुझपे हर वक्त आँखों का पहरा उसका  पल भर भी दूर होना, नहीं मेरे बस का  बनाई खुदा की नयी तस्वीर मैंने  अक्स दे दिया उसका  कोई और नाम जुबान पर था ही नहीं  जाने क्या गलत क्या सही  इबादत की उस नाम से  जो नाम था उसका एक मोड़ एक मंदिर और एक दुआ लबों पर मुहब्बत का कलमा रिश्ता बस उतना  मैं जोगन वो खुदा मीरा के कृष्ण की तरह  तस्वीर और भजन में झलकता  ऐसे ही कभी अक्षर बन मेरे पन्...

तेरे और मेरे बीच

तेरे और मेरे बीच एक लम्बी सड़क है और कुछ गलियाँ हैं   इमारतें हैं औरखिड़कियाँ हैं   रोज सड़क पर ढूँढती हूँ तुम्हारे कदमों के निशाँ अधखुली खिडकियों में होता है  तुम्हारे होने का भान यूँ तो खिड़की पे कभी तुम दिखे नहीं फिर भी मन की आँखों ने हर दिन तुम्हें देखा है बरसों बीत गए हैं   मुझे इस सड़क पर आते-जाते  यादों की गलियों में जीते-जीते हवा में धुल कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है अब गर्द की परतों में  निशाँ तुम्हारे मिट जाते हैं   सर्दियों का कोहरा भी घना हो रहा है  खिड़कियों ने भी सफेद चादर ओढ़ ली है आँखों पे कितना ही जोर डालूँ   दूर तक कुछ भी नजर नहीं आ रहा है ठिठके कदम हैं मेरे कहीं भाव का ही रिश्ता, था तो सही  तेरे और मेरे बीच  वक्त की कनखियों में  अब सिर्फ बुलबुले उभरते हैं किस्से यूँ ही सिमट जाते हैं   इतिहास के पन्नों में | what is spirituality benefits of spiritual practices why people do spiritual practices what are the benefits of spirituality main reason behind spirituality

Seven Qualities of Spiritual People

The word spirituality is added in our frequently used vocabulary list. Many people claims to be spiritual.  People who are practicing yoga and spending some time in instructed meditation, they call themselves to be spiritual. There are so many teachers and preachers around, who calls themselves as elevated person. They might have read so many books on spirituality, might have build good vocabulary to explain a lot of factors associated with techniques and practices. In reality, it is not about talk at all. It is not at all about show off. And there are no said parameters by which one can judge others in this field. Only an elevated master can see from inner eyes and tell about the status of the disciple, but finding such master is a bit difficult. A real spiritual person looks like any ordinary man. He does not have need to decorate himself in any particular attire and to show some makeup to look spiritual. They used to live worldly life like any normal person but the same time the...

मेरे आसमान में

  मेरे आसमान में , जब से तुम चाँद बन के झिलमिलाने लगे हो   मैं उन्मुक्त दरिया बन बहने लगी हूँ   दूर कहीं धरा क्षितिज को मिलते देख   मैं भी आलिंगन के लिए तिरने लगी हूँ मुझमे गहराई भी है और मौजें भी   ध्यान में लीन चित्त की तरह सहेजी है अन्दर कहीं मैंने शांति भी और शीतलता भी   पारदर्शी बूँदों से बना है अंग मेरा तुम्हारी चाँदनी में मोती बन बिखरने लगी हूँ आँखें मेरी तुम पर टिकी हैं राहों के पहाड़ और जंगल दिखते नहीं मुझको   सबको लाँघती हुई , तुम तक आने को हूँ आतुर मौसम की भी परवाह नहीं है मुझको   मैं चंचल बाला-सी अल्हर बनने लगी हूँ मुझमें वेग भी है और आवेग भी मेरी काया निर्मल भी है और निरंतर भी   कण-कण में है निहित संगम की चाह ही   सागर के सीने पर तुम्हारा प्रतिबिम्ब जो जगमगाया   मैं समंदर में समाने लगी हूँ दूर नीले आसमान में अगर गले लगाओ मैं सूरज की अग्नि में तप कर   सफेद बादल बन तुम तक आ जाऊँ मेरी रफ्तार में तुम्हारा ही तो प्यार है   कभी मिलने की उम्मीद में , मैं जीने लगी हूँ | what is spirituality bene...